वो रात दर्द और सितम की रात होगी ,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी ,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर
की एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होंगी।
दिल में मेरे झॉँक कर देख तेरी तस्वीर होंगी।
बस एक बार ई लव यू कह दे मेरी तू तक़दीर होंगी।
दिल पर क्या गुजरता वो अनजान नहीं जानता।
प्यार किसे कहते हैं ,वो नादान नहीं जानता।
हवा के साथ उड़ गया वह घर इस परिंदे का।
की कैसे बना था घोंसला वो तूफान नहीं जानता।
मोहब्बत को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम हैं.
और जो बीच रास्ते में छोङ जाते हैं उनको हमारा ये पैगाम हैं ,
' वादा -ए वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो
वरना खुदा के लिए किसी की जिंदगी ना तबाह करो।
इश्क सभी को जीना सिखा देता हैं ,
वफ़ा के नाम पर मरना सिखा देता हैं.
इश्क नहीं किया तो करके देखो ,
जालिम हर दर्द सहना सिखा देता हैं।
सुहाना मौसम और हवा में नमी होंगी
आँसुओ की बहती नदी होगी
मिलना तो हम तब भी चाहेंगे आपसे
जब आपके पास वक्त और हमारे पास
सांसो की कमी होगी।
उनके बिना पल बिताना मुश्किल हुआ।
चाहा बहुत पर उन्हें बताना मुश्किल हुआ।
हो गए वो इस कदर अपने की
उनकी गलती पर रूठ जाना भी मुश्किल हुआ।
परवाह कर उसकी जो तेरी परवाह करे..
ज़िंदगी में जो कभी ना तन्हा करे..
जान बन के उतर जा उसकी जॉन में ,
जो 'जॉन 'से भी ज़्यादा तुझसे वफ़ा करे..
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे।
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे।
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बून्द के लिए..
हम तो बादल है प्यार के किसी और पर बरस जायेंगे।
महका सा दिन महकती सी रात आये।
तुम कहो तो खुशबू सी कोई बात आये।
लत तेरी ही लगी है ,नशा सरेआम होगा।
हर लम्हा जिंदगी का सिर्फ तेरे नाम होगा।
जब खामोश आँखों से बात होती है,तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,तेरे ही ख्यालों में खोये रहते हैं,न जाने कब दिन और कब रात होती है।
हमे फिर सुहाना नज़ारा मिला है,क्योंकि जिंदगी में साथ तुम्हारा मिला है,अब जिंदगी में कोई ख्वाइश नही रही,क्योंकि हमे अब तुम्हारी बाहों का सहारा मिला है।
शाम भी खास है वक्त भी खास है,इसका तुझे भी एहसास है मुझे भी एहसास है,और उस रब से क्या चाहिये,जब मैं तेरे साथ हूँ और तू मेरे साथ है।
ये मेरा इश्क है कोई मजबूरी नही,वो मुझे चाहे या मिल जाये ये जरूरी नही,ये क्या कम है मेरी नजरो में बसी है,अब मेरी आँखों के सामने हो ये जरूरी तो नही।
इतना भरोसा तो अपने वजूद पर रखते है,कोई हमसे कितना भी दूर हो जाये,पर हमे भुला नही सकता है।
दो घूट मेरे इश्क के पी लिया करो,थोड़ा नशा मेरे इश्क में चढ़ा लिया करो
अपनी जुल्फों को मेंरे चेहरे पर बिखरा दिया करो कभी कभी,बारिश की तरह बरस जाया करो मुझ पर कभी कभी,तुम खुशबु बन कर मेरी दिल की गली से गुजर जाओ कभी कभी,तुम फूल बन कर मुझ पर बिखर जाओ कभी कभी.
तेरी मोहब्बत, तेरी वफ़ा, तेरा इरादा सिर्फ तू जाने,मै करता हूँ सिर्फ तुझसे मोहब्बत ये मेरा खुदा जाने।
मेरे दिल मे तो मोहब्बत का आगाज़ है,मेरे तो बात करने का क्या अंदाज़ है,जब तक इश्क को ठोकर नही लगती,उससे पहले कहते हैं लोग, हमें अपनी मोहब्बत पर बड़ा नाज़ है।
वो हमसे रूठे है इस कदर हम उन्हें मनाये कैसे,अपनी इश्के वफ़ा अब उन्हें दिखाए कैसे।
तेरी परछाई बन कर तेरे साथ रहने का इरादा करते हैं,कभी छोड़ेंगे नही तेरा साथ तेरे साथ मरने का वादा करते हैं ।
जीने मरने का कसम खाये है तेरे साथ।
कभी नहीं छोङेंगे सनम तेरा हाथ।
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