मुझसे ना मिलना मैं बोहत खराब हु शरीफ कम हूँ हरामी बे हिसाब हु
दोस्ती करोगे तो बहुत खाश है हम दुश्मनी करोगे तो तुम्हारे भी बाप है हम
महोब्बत से फुरसत नही मिली वरना करके बताते नफरत किसे कहते है
सबको औकात में रखो फिर देखना कोई औकात नही दिखायेगा
मैथ बेसक कमजोर है पर हिसाब सबका करूँगा
अपने हथियार की अकड़ मुझे मत दिखा मुझे, जिस दिन हत्थे चढ़ गया उस दिन तेरे खिलोने कूड़ेदान में ओर तू शमशान में मिलेगा
ऐसी वैसी बात पे ध्यान मत दो बाप हु तुम्हारा मुझे ज्ञान मत दो
मिट जाते है दुसरो को मिटाने वाले , लाश नही रोती रोते है जलाने वाले
अगर मैं औकात देख के दोस्ती करता तो तुम जैसे लोग मेरे आस पास भी नही होते
हम बाते हालात के हिसाब से करते है
काम किया करते है काम को कल ओर आज नही कहते जो तेरे सर पे है मेरा जूता है इसे सर का ताज नही कहते।
मुझसे ना मिलना मैं बोहत खराब हु शरीफ कम हूँ हरामी बे हिसाब हु
तू बदमाश हम सरीफ फेर के बाल पाड़ लेगा
तुम अपनी अच्छाई में मशहूर रहोहम बुरे है हमसे दूर रहो
जिसको मीठा भी लगे कड़वा वो साला पैदायसी भड़वा
घण्टा उखाड़ पाओगे हमसे दुश्मनी करके
मुझमे कमिया ढूंढने से पहले जरा खुद की औकात देख लेना
बस जरा सा वक़्त बदलने दे दुनिया ना पलट दु तेरी तो कहना
जितना सुने हो उससे ज्यादा हरामी हु मैं
लोगो का काम है कहने का कहने देतू बन जा लाडले फरिश्ता हम बुरे है तो बुरे ही रहने दे
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